चाणक्य नीति: इन्हें भूलकर भी पैरों से कभी नही छूना चाहिए, होता है सबसे बड़ा पाप
ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें अक्सर हम अपने पैरों से ठोकर मारते रहते हैं। शास्त्रों में ऐसे बहुत सी चीजों का जिक्र है जिन्हें हमे कभी पैरों से नही छूना चाहिए अन्यथा बहुत ही बड़े पाप के भागीदारी बन सकते हैं।आचार्य चाणक्य ने हमे कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया है जिसे हमे हर समय इज्जत की नजरों से देखना चाहिए न कि उसे पैरों से मारना चाहिए। आइये जानते हैं वे कौन सी चीजें हैं।
आचार्य चाणक्य कहते हैं ब्राह्मण, गुरु, अग्नि, कुँवारी कन्या, बालक और वृद्धों को कभी भी पैरों से नही छूना चाहिए। ये अभी आदरणीय हैं और इन्हें हमेशा आदर सम्मान देते रहना चाहिए। ब्राह्मण को हिन्दू धर्म मे पूजनीय माना जाता है इसलिए इन्हें पैरों से छू कर अपमान नही करना चाहिए और गुरु से हम शिक्षा प्राप्त करते हैं इसलिए इनका भी अपमान पैरों से छू कर कभी नही करना चाहिए।अग्नि से हमे खाना मिलती है तथा कुँवारी कन्या दूसरे के घर की लक्ष्मी होती है, बालक सबसे प्रिय और वृद्ध हमारे पूजनीय होते हैं इसलिए हमें कभी भी इन्हें पैरों से छू कर अपमान नही करना चाहिए अन्यथा हम पाप के भागीदारी गो जाते हैं।