खांसी का सफाया कर देगा ये एक उपाय, आज ही जानिए
भारतीय खानपान में अजवाईन का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है। आयुर्वेद के अनुसार पाचन को दुरुस्त करता है। यह खांसी, पेट तथा छाती का दर्द और कई तरह के रोगों में फायदेमंद होती है। साथ ही हिचकी, जी मचलाना, डकार, बदहजमी और पथरी आदि बीमारी में भी फायदेमंद होती है।
खांसी होने पर
अजवाईन के रस में दो चुटकी काला नमक मिला लें। अब इसका सेवन करें। इसके बाद गर्म पी लें। इससे आपकी खांसी ठीक हो जाएगी। यदि आप काली खांसी से ग्रस्त है तो अजवाईन के रस में सिरका और शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार एक-एक चम्मच सेवन करें। इससे आपको राहत मिलेगी।
सर्दी-जुकाम में
बंद नाक या सर्दी-जुकाम होने पर अजवाईन को दरदरा कूट लें। अब इसे महीन कपड़े में बांधकर सूंघें। सर्दी में ठंड लगने पर थोड़ी-सी अजावाईन को अच्छी तरह चबाएं। अब चबाने के बाद इसको पानी के साथ निगल लें। इससे ठंड से राहत मिलेगी।
पेट खराब होने पर
पेट खराब होने पर अजवाईन को चबाकर खाएं। इसके ऊपर एक कप गर्म पानी पीएं। यदि पेट में कीड़े हैं तो काले नमक के साथ अजवाईन का सेवन करें। लीवर की परेशानी के लिए 3 ग्राम अजवाईन और आधा ग्राम नमक भोजन के बाद लेने से काफी फायदा होता है। पाचन तंत्र में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर मट्ठे के साथ अजवाईन लें। इससे आराम मिलेगा।
वजन कम करे
अजवाईन मोटापा कम करने में भी इस्तेमाल होती है। रात में एक चम्मच अजवाईन को एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह छान कर एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर पीने से फायदा होता है। इसके नियमित सेवन से मोटापा कम होता है।