नोएडा में मिले 62 कोरोना पॉजिटिव, खांसी-छींक आने पर हो जाएं सावधान, जानें क्या हैं नए लक्षण

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कोरोना के आंकड़े एक बार फिर डराने वाले हैं। नोएडा में रविवार को कुल 62 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग के टेस्टिंग और ट्रेसिंग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. वहीं, डॉक्टरों के मुताबिक मरीज को ठीक होने में पांच से छह दिन लग रहे हैं।

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग के टेस्टिंग और ट्रेसिंग के दावे खोखले साबित हो रहे हैं. बुखार, खांसी और जुकाम का इलाज कराने के लिए प्रतिदिन तीन हजार से अधिक लोग सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। कोविड जैसे लक्षण होने के बावजूद 30 फीसदी लोगों की कोरोना जांच की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जारी रिपोर्ट में भी 62 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 5.37 हो गया है। पिछले 24 घंटे में 35 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। नौ मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। 298 सक्रिय मामले हैं। वहीं कई स्कूलों में बच्चों को मास्क पहनने की हिदायत भी दी जा रही है.

सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य है, लेकिन ओपीडी में गिने-चुने लोग ही मास्क पहने नजर आ रहे हैं. जिला अस्पताल की ओपीडी की क्षमता 2700 मरीजों की है, जिसमें प्रतिदिन औसतन 800 से अधिक लोग बुखार व खांसी की दवा के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, पांच सीएचसी में से प्रत्येक की ओपीडी क्षमता करीब 400 मरीजों की है। जिसमें प्रत्येक अस्पताल की ओपीडी में औसतन 130 मरीज खांसी, जुकाम व बुखार के पहुंच रहे हैं।

राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान  की ओपीडी में 2000 में से 50 फीसदी से अधिक मरीज बुखार की दवा लेने पहुंच रहे हैं, जिनका ओपीडी में फ्लू का इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल माह में अब तक 7407 मरीजों की जांच में 426 लोग कोरोना से संक्रमित पाये गये हैं.

आप जिस तरफ सो रहे हैं उस तरफ नाक बंद है

सेक्टर-39 जिला अस्पताल के जनरल फिजिशियन प्रदीप शैलत ने बताया कि कोरोना से संक्रमित लोगों में बुखार, खांसी, छींक आना, गले में खराश, सर्दी और नाक बहना जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं. आमतौर पर यह देखा गया है कि रोगी जिस तरफ अधिक देर तक सोता है, उसे नाक बंद होने की शिकायत होती है। अगर कोई मरीज पहले से किसी बीमारी से पीड़ित है तो उसे थोड़ी और परेशानी हो रही है। लक्षण के आधार पर मरीज को दवा दी जा रही है।

पांच से छह दिन में मरीज ठीक हो जाता है। सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन दिए जाने के कारण संक्रमण का ज्यादा असर नहीं हो रहा है। मरीज एक बार कोरोना से संक्रमित हुआ था, जिसके बाद उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार हुआ, जिससे अब संक्रमण ज्यादा परेशान नहीं कर रहा है। गाइडलाइन का पालन कर ही कोरोना संक्रमण से बचाव किया जा सकता है। सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना सबसे जरूरी है।

सीओ समेत 10 लोग पॉजिटिव

बुलंदशहर में एक सीओ और एक डॉक्टर समेत 10 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. बुलंदशहर में अब 22 एक्टिव केस हैं। तीन दिनों में 18 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। 25 मार्च से पहले जिले में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया था। सीएमओ डॉ. विनय कुमार सिंह ने बताया कि शिकारपुर क्षेत्र के पांच, सयाना क्षेत्र के दो तथा गुलावती, सिकंदराबाद और पहासू क्षेत्र के एक-एक निवासी शामिल हैं. इन सभी को घर में ही आइसोलेट कर दिया गया है.

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