50 बाराती, 10 तरह के पकवान, 2500 रुपये शगन शादियों में फिजूलखर्ची रोकने के लिए संसद में बिल पेश
पंजाब के खडूर साहिब से कांग्रेस सांसद जसबीर सिंह गिल ने शादियों में फिजूलखर्ची पर लगाम लगाने के लिए संसद में एक प्राइवेट बिल पेश किया है। शुक्रवार (4 अगस्त) को सदन में पेश किए गए इस बिल में जुलूस में सिर्फ 50 लोगों को बुलाने जैसे नियम लागू करने की बात कही गई है.
इस विधेयक को विशेष अवसरों पर फिजूलखर्ची रोकथाम विधेयक का नाम दिया गया है. इस बिल के मुताबिक शादी में सिर्फ 50 लोगों को बुलाने, 10 से ज्यादा पकवान न खाने और 2500 से ज्यादा शगुन न देने की बात कही गई है.
संसद में पेश यह बिल शादी जैसे खास मौकों पर होने वाले अनावश्यक खर्चों को कम करने के लिए लाया गया है. इस बिल में कई प्रावधान हैं. एक प्रावधान के अनुसार, शादी में उपहार लेने के बजाय, राशि को गरीबों, जरूरतमंदों, अनाथों या समाज के कमजोर वर्गों को दान कर दिया जाना चाहिए। कांग्रेस सांसद ने जनवरी 2020 में यह बिल पेश किया था.
सांसद ने खुद बताया कि शादियों पर होने वाले खर्च पर लगाम लगाने के लिए ये बिल लाना क्यों जरूरी था. उन्होंने कहा कि उनका मकसद नकली शादियों की संस्कृति को खत्म करना है, क्योंकि इससे लड़की के परिवार पर काफी बोझ पड़ता है. उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी कई घटनाएं पता चली हैं जिनमें लोगों को अपनी बेटियों की शादी के लिए अपनी जमीन-मकान बेचनी पड़ी या बैंकों से कर्ज लेना पड़ा