माता-पिता की ये 6 हरकतें बच्चों को देती हैं मानसिक बीमारी
कहते हैं कि बच्चे का दिल फूल की तरह कोमल होता है, इसलिए उसके कोमल दिल पर बहुत जल्दी चोट लगती है। कभी-कभी चोट इतनी गहरी होती है कि मानसिक बीमारी तक पहुंच जाती है।
शोध से पता चला है कि इसके लिए अक्सर बच्चों का माहौल और माता-पिता जिम्मेदार होते हैं। बाल मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि इससे कम उम्र से ही बच्चे के कोमल हृदय पर गहरी चोट पहुंचती है। इसलिए हर माता-पिता को अपने प्रति सचेत रहने की सलाह दी गई है। बच्चे।
माता-पिता की कौन सी आदतें बच्चे के मन को आहत करती हैं –
– कई बार माता-पिता का व्यवहार बच्चों के लिए ऐसी स्थिति पैदा कर देता है, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। माता-पिता बच्चों की मानसिक चिंता दूर करने के लिए उनसे कहीं भी बात कर लेते हैं। नतीजतन, बच्चे अक्सर छोटी-छोटी बातों में झूठ का सहारा लेते हैं।
– बूढ़े हों या जवान, कभी भी किसी अजनबी के सामने डांट नहीं खाना चाहते। अगर किसी बच्चे के साथ ऐसा होता है तो इससे बच्चे के कोमल मन को ठेस पहुंचती है।
– कई बार बच्चे टीवी पर अपने दोस्तों को कुछ करते हुए देखते हैं या कुछ करने की कोशिश करते हैं। कई बार बच्चे उस गतिविधि के बारे में इतना सोचते हैं कि खुद ही करने के बारे में सोचने लगते हैं। बढ़ावा देना चाहिए। अगर कोई गलत काम करता है तो उसे समझाना और सुधारना चाहिए।
– माता-पिता को बच्चों की भावनाओं को समझने और उनसे प्यार करने की जरूरत है। हर कार्य में प्यार और स्नेह दिखाने के बजाय, अगर आप चिल्लाते हैं और गुस्सा करने लगते हैं, तो आप हमेशा बच्चे के लिए अपराधी बने रहेंगे और इसका असर बच्चे के भविष्य पर पड़ेगा।
– बच्चे अपनी गलतियों से ही सब कुछ सीखते हैं l इसलिए उन्हें सीखने के लिए प्रोत्साहित करना ज़रूरी है l इससे बच्चों की बुद्धि का विकास होता है l
– जब भी माता-पिता आपस में चिल्ला रहे हों तो अपना गुस्सा बच्चों के सामने जाहिर करें, नहीं तो इसका बच्चों पर बुरा असर पड़ता है और बच्चे डरे-सहमे रहते हैं।