जानिए महिलाओं में माइग्रेन के कारण, इसके मुख्य लक्षण और बचाव

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एक समस्या है जो आजकल युवाओं में तेजी से उभर रही है। आज के समय में युवा विभिन्न कारणों से माइग्रेन जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। माइग्रेन के कारण सिर के एक हिस्से में तेज दर्द होता है, जिससे रोगी के लिए अपनी आंखें खोलना मुश्किल हो जाता है।कई रिपोर्टों से पता चला है कि माइग्रेन हृदय को भी प्रभावित करता है। दरअसल जब माइग्रेन का दर्द होता है तो दिल भी तेजी से धड़कने लगता है। माइग्रेन का दर्द 2 से 72 घंटे तक रहने की संभावना है। माइग्रेन आज महिलाओं में अधिक आम है।

माइग्रेन के महत्वपूर्ण लक्षण

माइग्रेन के मरीजों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दर्द के समय रोशनी सबसे बड़ी समस्या होती है। माइग्रेन दर्द के दौरान सिरदर्द, सिर के आधे हिस्से में तेज सिरदर्द, उल्टी, जी मिचलाना, घबराहट, चक्कर आना। कुछ रिपोर्टें बताती हैं कि माइग्रेन से पीड़ित महिलाओं को दिल की समस्या होने की संभावना अधिक होती है। जिन महिलाओं को माइग्रेन की समस्या होती है उनमें हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक और सीने में दर्द होने का खतरा अधिक होता है। महिलाओं को माइग्रेन होने के कुछ महत्वपूर्ण कारण भी होते हैं।

महिलाओं में माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे अनियमित दिनचर्या, खराब आहार, तनावपूर्ण जीवन, धूम्रपान, अधिक इत्र का उपयोग, कम नींद, अधिक तनाव, हार्मोनल परिवर्तन, आंखों का चमकना, व्यायाम की कमी भी माइग्रेन का कारण बन सकता है। देय। महिलाओं में माइग्रेन का सबसे बड़ा कारण शरीर में एस्ट्रोजन की कमी को माना जाता है।

महिलाओं में माइग्रेन के कारण

पीरियड्स की अवधि
पीरियड्स के दौरान शरीर में हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, जो माइग्रेन का कारण बनते हैं। इतना ही नहीं पीरियड्स शुरू होने से एक या दो दिन पहले महिलाओं को माइग्रेन का दर्द भी होने लगता है।

मोनोपोज़
कई आंकड़े बताते हैं कि मेनोपॉज वाली महिलाएं माइग्रेन जैसी समस्याओं से पीड़ित होती हैं। मेनोपॉज के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन अनियंत्रित हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप माइग्रेन हो जाता है।

नाश्ता
अक्सर महिलाएं अपने घर और ऑफिस के काम में इतनी व्यस्त रहती हैं कि नाश्ता करना छोड़ देती हैं। ऐसे में अगर कई दिनों तक नाश्ता किया जाए तो माइग्रेन बढ़ जाता है।

तनाव
महिलाएं हर बात में ज्यादा टेंशन लेती हैं। माना जाता है कि हर किसी के घर, परिवार और ऑफिस में तनाव महिलाओं को लेकर होता है, जिससे उन्हें माइग्रेन का शिकार होना पड़ता है।

माइग्रेन से कैसे बचें

माइग्रेन से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली का चुनाव करना चाहिए। जंक फूड और तेल मसाले से परहेज करना चाहिए। पेन किलर का सेवन कम से कम करना चाहिए। स्वस्थ और संतुलित आहार लें। अत्यधिक प्रकाश और तेज संगीत से दूर रहें। कम से कम 7 घंटे की नींद जरूर लें। नियमित कसरत और योग करना चाहिए, किसी भी तरह के तनाव से बचना चाहिए।

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