ज्योतिष के अनुसार आपकी जिंदगी में हो रही परेशानियां और उलझनें सब का कारण आपके कुंडली में ग्रह की स्थिति है। अगर ग्रह दशाओं की चाल सही है तो सब सही चलता ना तब आर्थिक, मानसिक और शारीरिक हर तरफ से आप परेशान रहते हैं
अशुभ फल देने वाले ग्रह के अगर उपाय सही समय पर कर लिया जाय तो परेशानी बहुत हद तक कम हो जाती है। आइए जानते हैं कि कौन ग्रह के क्या दुष्प्रभाव है और उसके उपाय क्या हैं
सूर्य- जिसके कुंडली में सूर्य का बुरा प्रभाव पर रहा है तो लाल किताब के अनुसार उसके मुंह से बोलते समय थूक उछलता है। शरीर का कोई अंग पुरी तरह या थोड़ी मात्रा में काम करना बंद कर देता है। उस आदमी को सुबह सुबह उठकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए।लाल मुंह वाले बंदर की सेवा करनी चाहिए।लाल या काली गाय को रोटी खिलाएं
चंद्रमा-माता की सेवा करने से चंद्रमा का प्रभाव कम हो जाता है।घर के बुजुर्ग,साधु, ब्राह्मण को पैर छु के प्रणाम करने से चंद्रमा शुभ फल देता है। रात में सिराहने के नीचे पानी रखे सुबह पेड़ में डाल दें चंद्रमा की स्थिति दुरुस्त हो जायेगी।
मंगल- आंखों में किसी तरह की खराबी हो या संतान सुख में देरी हो रही हो तो समझिए मंगल अपना छाया दिखा रहा। भाइयों की सेवा और चाचा-चाची की सेवा से भी मंगल का प्रभाव कम हो जाता है। अपने पास लाल रुमाल रखें। महिलाओं के लिए है कि लाल चुड़ी, लाल साड़ी, लाल बिंदी लगाए। हनुमान जी की पूजा करें।
बुध- जब गंध का पता ना चले और दांत दर्द रहे तो समझें बुध का बुरा प्रभाव है। फिटकरी से दांत धोने से बुध का प्रभाव कम होता है। बुध खराब होने से व्यपारियो लिया या दिया धन अटक जाता है। गाय को पालक खिलाने से धन आने लगता है। छत के सारे कचड़े साफ रखें । इससे कर्जा नहीं बढ़ता है।
गुरु- साधु को पीला वस्त्र दान करें। अपने गुरु को भोजन कराएं। अपने इष्ट मन्दिर जा के भगवान का दर्शन करने से गुरू का प्रभाव कम होता है। पीपल को नियमित रूप से सींचे।स्कूल मंदिर में दान करें
शुक्र- चमड़ी के रोग और अंगुठे के चोट शुक्र के खराब प्रभाव का परिणाम है। अपने हिस्से से एक रोटी गाय को खिलाएं प्रभाव कम होगा। शुक्र का प्रभाव कम करने के लिए रात में बैठी गाय को गुड़ खिलाएं।
शनि- जूते खोना, घर में नुकसान,पालतु पशु का मरना और आग लगना शनि के खराब प्रभाव के लक्षण हैं। डाकोत को नियमित रूप से तेल देने, साधु को तवा, चिमटा या अंगुठी दान करने से भी शनि का प्रभाव कम होता है। खाली पैर मंदिर जाना चाहिए।
राहु-अनचाही समस्या राहु से आती है। घर का दक्षिण-पश्चिम कोना राहु का है। इस कोना में कभी गंदगी नहीं रखना चाहिए।घर का दक्षिण-पूर्व कोना को हमेशा हरियाली का वास हो। जो आदमी राहु से पीड़ित हैं उसे हरियाली के पास रखनी चाहिए।
केतु- जोड़ों का दर्द और पेशाब संबंधी बिमारी हो तो केतु का बुरा प्रभाव है।इससे बचने के लिए कान बींधना, कुत्ते पालने से केतु का प्रभाव कम हो जाता है