केंद्र सरकार बफर स्टॉक के लिए 2 लाख टन प्याज खरीदने की तैयारी में, 25 रुपये प्रति किलो मिलेगी प्याज
- प्याज के हाहाकार से पहले सरकार ने कसी कमर!
- बफर स्टॉक के लिए 2 लाख टन प्याज खरीदने का फैसला
त्योहारी सीजन में प्याज की कीमत बढ़ने से गृहणियों का बजट गड़बड़ा रहा है. आज वडोदरा के खंडेराव बाजार में एक किलो प्याज की कीमत 60 रुपये तक पहुंच गई. जबकि थोक बाजार में प्याज ऊंचे दाम पर बिका. सब्जी ट्रक.
प्याज की बढ़ती कीमत पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है. सरकार ने घरेलू मांग को पूरा करने के लिए प्याज निर्यात पर न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी-न्यूनतम निर्यात मूल्य) 800 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन निर्धारित किया है। सरकार ने बफर स्टॉक के लिए 2 लाख टन अतिरिक्त प्याज खरीदने का भी फैसला किया है. यह जानकारी उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने दी.
‘बफर स्टॉक’ से बिक्री बढ़ाने का फैसला
महंगे प्याज से राहत दिलाने के लिए खुदरा बाजार में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर ‘बफर स्टॉक’ से बिक्री बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में प्याज की औसत खुदरा कीमत बढ़कर 47 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. एक साल पहले इसी अवधि में यह कीमत 30 रुपये प्रति किलोग्राम थी.
प्याज 25 रुपये प्रति किलो के दाम पर मिलेगा
खुदरा बाजारों में ‘बफर स्टॉक’ प्याज दो सहकारी समितियों, भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (एनएएएफईडी) की दुकानों और वाहनों के माध्यम से 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बेचा जाता है। दिल्ली में भी ‘बफर स्टॉक’ से प्याज उसी रियायती दर पर बेचा जा रहा है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मौसम संबंधी कारणों से खरीफ प्याज की बुआई में देरी हुई और फसल की आवक में भी देरी हुई।