इंडिगो एयरलाइंस ने 6 महीने में 4 बार यात्रियों की जान खतरे में डाली, सरकार ने दी ये कड़ी सजा

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इंडिगो के ए321 श्रेणी के विमान में इस साल छह महीने में ‘टेल स्ट्राइक’ की चार घटनाएं हुईं, जिसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को एयरलाइन का विशेष ऑडिट करना पड़ा।

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो को डीजीसीए ने कड़ी फटकार लगाई है। डीजीसीए ने इंडिगो एयरलाइंस पर विमान के गलत संचालन और हवाईअड्डे पर बार-बार ‘टेल स्ट्राइक’ की घटनाओं के लिए भारी जुर्माना लगाया है। मिली जानकारी के मुताबिक, विमानन नियामक डीजीसीए ने परिचालन, प्रशिक्षण और इंजीनियरिंग प्रक्रियाओं से संबंधित दस्तावेजों में कई प्रणालीगत खामियों के लिए एयरलाइन इंडिगो पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।

इस साल ‘टेल स्ट्राइक’ की 4 घटनाएं
इंडिगो के ए321 श्रेणी के विमान में इस साल छह महीने में ‘टेल स्ट्राइक’ की चार घटनाएं हुईं, जिसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को एयरलाइन का विशेष ऑडिट करना पड़ा। जब उड़ान भरते या उतरते समय विमान की ‘पूंछ’ रनवे को छूने लगती है तो इसे ‘टेल स्ट्राइक’ कहा जाता है।

डीजीसी ने इंडिगो का ऑडिट किया
शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में, डीजीसीए ने कहा कि ऑडिट के दौरान, उसने इंडिगो के संचालन, प्रशिक्षण, इंजीनियरिंग और एफडीएम (उड़ान डेटा निगरानी) कार्यक्रम से संबंधित दस्तावेजों और प्रक्रियाओं की समीक्षा की। बयान के मुताबिक, विशेष ऑडिट में परिचालन/प्रशिक्षण प्रक्रियाओं और इंजीनियरिंग प्रक्रियाओं से संबंधित दस्तावेज में कुछ प्रणालीगत कमियां पाई गईं। इस संबंध में एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।

इंडिगो में कई खामियां पाई गईं
डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइन के जवाब का “कई स्तरों पर मूल्यांकन किया गया और वह संतोषजनक नहीं था।” प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, “डीजीसीए ने इंडिगो एयरलाइन पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है और उसे डीजीसीए नियमों और ओईएम नियमों का पालन करने का निर्देश दिया है।” (मूल उपकरण निर्माताओं) को दिशानिर्देशों के अनुसार अपने दस्तावेजों और प्रक्रियाओं को संशोधित करने का निर्देश दिया जाता है।

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