अगले साल की शुरुआत से इन राशियों को होगा जलसा, सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे शनिदेव
शनिदेव महाराज को कर्म के दाता और न्याय के देवता कहा जाता है। वे मनुष्य को उसके अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं। हर कोई अपने क्रोध की दृष्टि से बचना चाहता है और अनुग्रह की दृष्टि चाहता है। इसके लिए वे तरह-तरह के उपाय भी कर रहे हैं। जब भी शनि महाराज किसी राशि में गोचर करते हैं, तो यह 12 राशियों में से प्रत्येक को प्रभावित करता है। कुछ राशियों को ढैया और साढ़ेसाती से मुक्त किया जाता है जबकि अन्य कुंडली में अपनी शुरुआत करते हैं।
कुंभ राशि में
शनि बहुत धीमी गति से चलता है। इन्हें एक राशि से दूसरी राशि में जाने में ढाई साल का समय लगता है। फिर एक राशि चक्र को पूरा करने में 30 साल लगते हैं। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में ढैया या साढ़ेसाती से गुजरना ही पड़ता है। इस समय शनि मकर राशि में गोचर कर रहा है। वह अगले साल 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। उनके इस राशि परिवर्तन का 12 राशियों में से प्रत्येक पर अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ेगा।
शनि 17 जनवरी 2023 को रात 8 बजकर 2 मिनट पर मकर राशि से कुम्भ राशि में प्रवेश करेगा। उनका यह आगमन मिथुन और तुला राशि के जातकों की शनि ढैया खत्म कर देगा। वहीं धनु राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिलेगी। ऐसा होते ही इन तीनों राशियों को कई परेशानियों से मुक्ति मिल जाएगी और इनके सारे काम शुरू हो जाएंगे।
इस राशि से शुरू होती है साढ़ेसाती और ढैय्या
शनि का गोचर मीन राशि के पहले चरण की शुरुआत करेगा। इसके साथ ही मकर और कुंभ राशि पर भी साढ़ेसाती रहेगी। वहीं कर्क और वृश्चिक ढैया शुरू करेंगे। इस दौरान इस राशि के जातकों को बहुत ही संभलकर चलना होगा। शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय शनिवार के दिन करना चाहिए।