कलयुग में इस नाम से अवतरित होंगे भगवान गणेश, जानें कब होगा जन्म?
जिस तरह विष्णु पुराण में भगवान विष्णु के कल्कि अवतार के बारे में कहा गया है, उसी तरह गणेश पुराण में कहा गया है कि कलयुग में पृथ्वी से पाप का बोझ कम करने के लिए भगवान श्रीगणेश अवतार लेंगे। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
* जब ब्राह्मण वेदों का जाप और अध्ययन करने से कतराते हैं, अन्य गतिविधियों में संलग्न होते हैं, पूजा-पाठ जैसे पवित्र कार्यों से परहेज करते हैं, तब भगवान गणेश किय युग में अवतार लेंगे।
* गणेश पुराण कहता है कि जब कोई व्यक्ति लालची होता है, तो वह दूसरे को धोखा देगा, यहां तक कि विद्वान और धर्मात्मा भी धन पाने की आशा में मूर्ख बन जाएंगे, लोग दूसरों की पत्नियों को हेय दृष्टि से देखेंगे, और ताकतवर लोग कमजोरों को परेशान करेंगे। पृथ्वी से अन्याय का नाश। ऐसा करने के लिए भगवान गणेश अवतार लेंगे
*गणेश पुराण के अनुसार जब देवताओं की जगह देवताओं की पूजा होने लगेगी, लोग धर्म का मार्ग छोड़कर अधर्म के रास्ते पर चले जाएंगे, अपनी वासनाओं की पूर्ति के लिए देवताओं की जगह आसुरी शक्तियों की पूजा करने लगेंगे, तब किआ युग में श्री गणेश अवतार लेंगे।
* गणेश जी के अनुसार जब क्याल युग में स्त्रियों में अनैतिकता होगी, स्त्रियाँ पथभ्रष्ट हो जायेंगी, स्त्रियाँ गुरुजनों की अवज्ञा करेंगी, उस समय भगवान गणेश अवतार लेंगे।
कियायुग में श्रीगणेश के अवतार का क्या नाम होगा? -:
कयुग में भगवान गणेश के अवतार का नाम “वाम्र केतु” होगा भगवान गणेश कयुग में पापों का नाश करने के लिए यह अवतार लेंगे यह भविष्यवाणी गणेश पुराण में की गई है।